मनरेगा मजदूरों की सवा करोड़ मजदूरी रुकी

डंसा (रामपुर बुशहर)(संदीप वर्मा)ऐसे में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) को कैसे गति मिल पाएगी। रामपुर विकास खंड की 31 पंचायतों में ही पिछले वित्त वर्ष के आंकड़ों के अनुसार सवा करोड़ की मजदूरी का भुगतान अटका हुआ है।
इस कारण भविष्य में करवाए जाने वाले कार्यों में भी देरी की प्रबल संभावना दिख रही है। विकास खंड रामपुर के तहत सबसे ज्यादा मनरेगा कामगारों की बकाया राशि 17.83 लाख ग्राम पंचायत देवठी 12/20 की है। दूसरे स्थान पर ग्राम पंचायत शिंगला की 11.66 लाख, ग्राम पंचायत डंसा 7.48 लाख, शाहधार 6.47 लाख, लालसा 6.42 लाख, तकलेच 6.01 लाख, धारगौरा 5.81 लाख, रचोली 5.39, काशापाट 4.02, देवनगर 3.91, बढ़ावली 3.66, बाहली 3.42, नीरथ 3.33 लाख और कूहल पंचायत की 3.44 लाख रुपये की बकाया राशि मनरेगा कामगारों को नहीं मिल पाई है। वहीं कई पंचायतों की बकाया राशि नाम मात्र है। जाहिर है मनरेगा कामगारों की मजदूरी की अदायगी में कहीं न कहीं पंचायतों के साथ पक्षपात हुआ है। कर्मचारियों की लापरवाही से सवा करोड़ का भुगतान अटका है। कुल बकाया राशि 123.26 लाख रुपये है।
पंचायतों के मनरेगा कामगारों को मजदूरी न मिलने से गरीब तबके के लोगाें पर रोजी रोटी का संकट खड़ा हो चुका है। इस बारे में ग्राम पंचायत देवठी के प्रधान टीकम सैनी, शिगंला पंचायत प्रधान सरला देवी और शाहधार पंचायत प्रधान सूरजा देवी का कहना है कि विकास खंड में बार-बार आग्रह करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
क्या कहना है बीडीओ का
रामपुर विकास खंड के बीडीओ एमएल नेगी ने भी माना कि मनरेगा कामगारों की मजदूरी का भुगतान रुका पड़ा है। पंचायतो की ओर से समय रहते रजिस्टर पूर्ण न करवाने के कारण प्रक्रिया में देरी हुई। उन्हाेंने बताया कि 15 अप्रैल तक मनरेगा कामगारों की बकाया राशि के भुगतान करने के प्रयास किए जाएंगे।

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